मैं जब भी पुकारू माँ, तुम दौड़ी चली आना

Main jab bhi pukaaru maa bhajan

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By Naman Sharma

Updated on:

Main jab bhi pukaaru maa lyrics in Hindi

मैं जब भी पुकारू माँ, तुम दौड़ी चली आना,
इकपल भी ना रुकना माँ, मेरा मान बड़ा जाना….

नवरात्रों में मैया, तेरी ज्योत जलाउंगी,
जब ज्योत जले मैया, आके दरश दिखा जाना,
मैं जब भी पुकारू माँ…..

सावन के महीने में, तेरा झुला डालुंगी,
जब झुला डलेगा माँ, जरा झूलन आ जाना,
मैं जब भी पुकारू माँ…….

फागुन के महीने में, तेरा कलश भराउंगी,
जब रंग धुलेगा माँ, तुम खेलन आ जाना,
मैं जब भी पुकारू माँ…..

बीच भवर में माँ, मेरी नैया डोल रही,
तुम नैया को आकर माँ, जरा पार लगा जाना,
मैं जब भी पुकारू माँ……

Main jab bhi pukaaru maa lyrics in English

Main jab bhi pukaru Maa, tum daudi chali aana,
Ek pal bhi na rukna Maa, mera maan bada jaana…

Navratron mein Maiya, teri jyot jalaungi,
Jab jyot jale Maiya, aake darsh dikha jaana,
Main jab bhi pukaru Maa…

Saawan ke mahine mein, tera jhoola daalungi,
Jab jhoola dalega Maa, zara jhoolan aa jaana,
Main jab bhi pukaru Maa…

Phagun ke mahine mein, tera kalash bharaungi,
Jab rang dhulega Maa, tum khelan aa jaana,
Main jab bhi pukaru Maa…

Beech bhavar mein Maa, meri naiya dol rahi,
Tum naiya ko aakar Maa, zara paar laga jaana,
Main jab bhi pukaru Maa…

हे माँ! जब भी मैं तुम्हें पुकारूं, तुम तुरंत चली आना।एक पल की भी देरी मत करना माँ, क्योंकि तुम्हारे आने से ही मेरी आस्था बनी रहती है और मेरा आत्मविश्वास बना रहता है।

🔸 नवरात्रों में मैं तुम्हारी ज्योत जलाऊंगी, उस समय तुम आकर अपना दर्शन जरूर देना,ताकि मेरा विश्वास बना रहे — तुम्हारी कृपा मेरी ज्योति में दिखाई दे।

🔸 सावन में, जब मैं तुम्हारे लिए झूला डालूंगी, माँ तुम आकर झूलन जरूर आना।वो सिर्फ रस्म नहीं, वो तुम्हारे लिए मेरा प्रेम और समर्पण है।

🔸 फागुन में, जब मैं तुम्हारा कलश भरूंगी, और रंगों का त्योहार होगा,तो आकर मुझसे होली जरूर खेलना, माँ! ताकि जीवन में रंग भर सकूं।

🔸 और जब मैं जीवन के भँवर में फँस जाऊं,तो मेरी नैया को पार लगाने तुम जरूर आ जाना, क्योंकि मेरे जीवन की नाव तुम्हारे बिना अधूरी है।हे माँ! जब जब मैं पुकारूं, तुम आ जाना… क्योंकि मैं सिर्फ आस्था नहीं, विश्वास और जीवन माँगता हूँ।

Lyrics Explain

1. मैं जब भी पुकारू माँ, तुम दौड़ी चली आना,

जब भी मैं तुम्हें याद करूँ या तुम्हें पुकारूँ, माँ, तुम बिना किसी देरी के तुरंत आ जाना।

2. इकपल भी ना रुकना माँ, मेरा मान बड़ा जाना…

एक पल भी मत रुकना माँ, क्योंकि मेरी उम्मीद और आस्था तुम्हारे आने पर टिकी है — मेरी लाज तुम्हारे हाथ में है।


3. नवरात्रों में मैया, तेरी ज्योत जलाउंगी,

नवरात्रि के पावन दिनों में मैं तुम्हारे लिए दीपक जलाऊंगी, पूजा करूँगी।

4. जब ज्योत जले मैया, आके दरश दिखा जाना,

जब वो ज्योत (दीया) जल रही हो, माँ कृपा कर आकर मुझे अपना दर्शन दे देना।


5. सावन के महीने में, तेरा झुला डालुंगी,

सावन के पवित्र महीने में मैं तेरे लिए झूला सजाऊंगी, जो परंपरा का हिस्सा होता है।

6. जब झुला डलेगा माँ, जरा झूलन आ जाना,

जब झूला तैयार हो, माँ कृपा करके आकर उस झूले पर झूल जाना – जैसे तुम मेरे साथ हो।


7. फागुन के महीने में, तेरा कलश भराउंगी,

फागुन (होली का महीना) में मैं तेरे लिए कलश (पूजन का पात्र) सजाऊंगी – जो आनंद और प्रेम का प्रतीक है।

8. जब रंग धुलेगा माँ, तुम खेलन आ जाना,

जब रंगों का त्योहार शुरू हो, माँ कृपया आकर हमारे साथ होली खेलना – जैसा कि भक्त चाहते हैं।


9. बीच भंवर में माँ, मेरी नैया डोल रही,

जीवन की कठिन परिस्थितियों में, जैसे बीच मंझधार में मेरी नैया (जीवन की नाव) डगमगा रही है।

10. तुम नैया को आकर माँ, जरा पार लगा जाना,

माँ, आकर मेरी नैया को पार लगा दो — यानी मेरी मुश्किलें दूर करो और जीवन को सफल बना दो।


11. मैं जब भी पुकारू माँ……

यह लाइन हर अंतरे के बाद दोहराई जाती है – यह भक्त की सच्ची पुकार और गहरी श्रद्धा को दर्शाती है।

Conclusion

निष्कर्ष (Conclusion):

यह भजन माँ दुर्गा के प्रति अटूट श्रद्धा, प्रेम और भरोसे का सुंदर प्रतीक है। इसमें भक्त अपनी हर भावना, हर परिस्थिति में माँ को याद करता है — चाहे वह नवरात्रि का पर्व हो, सावन का झूला हो, फागुन की होली हो या जीवन की कठिनाई भरी मंझधार।

भक्त माँ से केवल पूजा और आरती में नहीं, बल्कि हर भावनात्मक क्षण में साथ देने की प्रार्थना करता है। यह भजन हमें सिखाता है कि जब मन सच्चे प्रेम और आस्था से पुकारता है, तो माँ अवश्य आती हैं और अपने भक्त की नैया पार लगाती हैं।

“मैं जब भी पुकारू माँ…” केवल एक पंक्ति नहीं, बल्कि हर भक्त के हृदय की पुकार है — माँ के प्रति प्रेम और विश्वास की अभिव्यक्ति।

Devi ke Bhajanbhajan

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Naman Sharma

Naman Sharma, Content Creator, writer, Blogger, YouTuber, Folk Song Writter