Dwar tere maa jo aaye mangiya murad pa gaya Lyrics in Hindi
द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए,
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
सुख दे नाल हजारो मुईयां, दुख में ना कोई साथी है,
सुख विच तैनु भूली जांदे, दुःख विच कैहदे दाती है।
अमर रहे तेरा ध्यान, भगत चरणो में शीश झुका गए।
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए,
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
बुझदीयाँ जोता जगा, मेरी मईयां तु ही शेरावाली है,
तु ही शेरावाली है ओ मईया, तु ही हॉटा वाली है।
द्वारे तेरे दा क्या कैहणा, जेड़ा अकबर शीश झुका गया,
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए,
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
खिलेया फूल गुलाब दा, जेड़ा भंवरा उड्दी-उड्दी पैंदा है,
जिसदे मन विच गम हो मईयां, सीना फडफड पैंदा है।
खिलेया फूल गुलाब दा, जेढा हवा विन मुरझा गया।
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए,
बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया…
Dwar tere maa jo aaye mangiya murad pa gaya Lyrics in English
Dwar tere maa jo aaye, mangiya muradan pa gaye,
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Sukh de naal hazaro muiyan, dukh vich na koi saathi hai,
Sukh vich tainu bhuli jande, dukh vich kaihde daati hai.
Amar rahe tera dhyan, bhagat charno mein sheesh jhuka gaye.
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Dwar tere maa jo aaye, mangiya muradan pa gaye,
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Bujhdiyan jota jaga, meri maiyaan tu hi sherawali hai,
Tu hi sherawali hai o maiya, tu hi hota wali hai.
Dware tere da kya kehana, jeda Akbar sheesh jhuka gaya,
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Dwar tere maa jo aaye, mangiya muradan pa gaye,
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Khileya phool gulab da, jeda bhanwara uddi-uddi painda hai,
Jisde mann vich gham ho maiyaan, seena fadfad painda hai.
Khileya phool gulab da, jedha hawa vin murjha gaya.
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Dwar tere maa jo aaye, mangiya muradan pa gaye,
Basti rahe maa vich jangla, tera chanan jag vich chha gaya…
Lyrics Explaination
द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए
– जो भी भक्त माँ के दरबार में सच्चे मन से आता है,
– वह माँ से अपनी सारी मनोकामनाएँ प्राप्त कर लेता है।
🌿 बस्ती रहे माँ विच जंगला, तेरा चानण जग विच छा गया
– माँ जंगलों में बसी होती हैं, फिर भी उनका प्रकाश, उनकी कृपा पूरे संसार में फैल जाती है।
– यह माँ की सर्वव्यापकता और करुणा को दर्शाता है।
💔 सुख दे नाल हजारो मुईयां, दुख में ना कोई साथी है
– जब जीवन में सुख होता है, तो हजारों लोग साथ होते हैं।
– परंतु जब दुख आता है, तो कोई साथ नहीं देता।
🙏 सुख विच तैनु भूली जांदे, दुःख विच कैहदे दाती है
– जब इंसान सुखी होता है, तो अक्सर माँ को भूल जाता है।
– लेकिन जैसे ही दुख आता है, वही माँ को पुकारता है और कहता है — “हे दात्री (दात देने वाली), मेरी मदद करो।”
👑 अमर रहे तेरा ध्यान, भगत चरणो में शीश झुका गए
– माँ का स्मरण अमर है, वह कभी नष्ट नहीं होता।
– भक्त माँ के चरणों में सिर झुकाकर सच्ची भक्ति अर्पित करते हैं।
🔥 बुझदीयाँ जोता जगा, मेरी मईयां तु ही शेरावाली है
– जब भी भक्त की जोत (उम्मीद) बुझती है, माँ उसे फिर से प्रज्वलित कर देती हैं।
– माँ शेरों वाली (शक्ति स्वरूपा) हैं — अत्यंत साहसी और शक्तिशाली।
🌺 तु ही हॉटा वाली है
– माँ हिमाचल की हाटी (स्थानीय क्षेत्र) की देवी मानी जाती हैं,
– यह बताता है कि माँ हर क्षेत्र में किसी न किसी रूप में पूजी जाती हैं।
🙇♂️ द्वारे तेरे दा क्या कैहणा, जेड़ा अकबर शीश झुका गया
– माँ के द्वार की महिमा का क्या कहना,
– जहाँ बादशाह अकबर जैसा राजा भी सिर झुकाकर आया था।
🌹 खिलेया फूल गुलाब दा, जेड़ा भंवरा उड्दी-उड्दी पैंदा है
– गुलाब के फूल की तरह मनुष्य का जीवन खिला होता है,
– परंतु यह भंवरे (समस्याओं) की चपेट में आता रहता है।
💔 जिसदे मन विच गम हो मईयां, सीना फडफड पैंदा है
– जिस मन में दुख भरा होता है, माँ, उसका दिल तड़पता रहता है।
– ऐसा व्यक्ति माँ की शरण चाहता है।
🥀 खिलेया फूल गुलाब दा, जेढा हवा विन मुरझा गया
– जीवन भी एक फूल जैसा है,
– अगर माँ की कृपा रूपी हवा न हो, तो यह जीवन मुरझा जाता है।
🔁 द्वार तेरे माँ जो आए, मंगिया मुरादान पा गए
– यह पंक्ति हर अंतरे के बाद दोहराई जाती है — माँ के दरबार की अद्भुत महिमा बताने के लिए कि जो भी आता है, माँ उसकी झोली भर देती हैं।
✨ निष्कर्ष (Conclusion):
इस भजन में माँ की उस दिव्य शक्ति का चित्रण है, जो जंगल में विराजमान होकर भी सम्पूर्ण सृष्टि को प्रकाश देती हैं। माँ अपने भक्तों की हर पुकार सुनती हैं — चाहे वे सुख में उन्हें भूल जाएँ, पर दुख में जब पुकारते हैं, माँ जरूर आती हैं। यह भजन हमें माँ की भक्ति के प्रति विश्वास और समर्पण का संदेश देता है, साथ ही यह भी सिखाता है कि माँ के दरबार में कोई खाली हाथ नहीं लौटता।